कोयला घोटाला ने पुरे देश में जैसे एक गूसे की लहर पैदा कर दी हे ! आखिर ये कोयला घोटाला हे क्या ! जो हम मीडिया में देख रहे वो कितना सत्य हे? क्या मीडिया हमे इस घोटाले की तह तक ले जाना चाहता हे ? मेरा उत्तर हे न तो मीडिया घोटाले को सही और पर्दारसी तरीके से देश की जनता को बता रहा और न वो बताना चाहता हे, सायद इस घोटाले में मीडिया का बी कही न कही हित चुप्पा हो ! में इस बारे में न लिखकर अपने मुख्या मुद्दे कोयले के घोटाले पे फोकस करना पसंद करूँगा और चाहूँगा की देश की जनता इस सच्चाई को गहराई से समझे! कोल घोटाले की बुनियाद आज से कई वर्ष पहले करीब ७-८ साल से रची जा राइ थी, ये इतना बड़ा घोटाला हे जिसकी सचाई जानकार लोगो की आंखे खुली रह जाएँगी, इस घोटाले ने करीब ५ लाख लोगो की नौकरिया छीन ली! में कोल इंडिया से जुडी कुछ बाते आप लोगो के सामने रखना चाहता हु, कोल इंडिया जिसकी स्थापना इन्धिरा गाँधी ने ७० के दसक में कोल को रास्ट्रीय सम्पति घोषित करने के बाद की. कोअल इंडिया का गठन देश में कोल उत्पादन और कण्ट्रोल रेट में विभिन्य उद्योगों को कोल उपलब्ध करना था ताकि देश का चहुमुखी विकाश हो सके ! सुरुआत में हमारी जरुरत ७० मिलिओन टन की थी जो समय के साथ बदती गई और कोल इंडिया समय के साथ अपनी उत्पादन क्षमता बदता गया ! अज्ज ४३१ मिलिओन टन का उत्पादन कर रहा हे ! फिर प्राइवेट सेक्टर कहा से अगये ? ये सारी घपले बजी २००३-४ से सुरु हुई , तब तक कोल इंडिया में करीब ७-८ लाख एम्प्लोयी कम करते थे उनमे से आधे से अधिक लोगो कुछ समय अन्तराल में retirement अता गया और एक -२ करके लोग सेवा मुक्त होते गए ! आज कोल इंडिया में ३.६(teen lakh sad hazar) लाख कर्मचारी बचे हे मतलब पिछले ८-१० सालो में सिर्फ सेवा मुक्ति हुई मगर उनकी जगह भरी नहीं गई ! स्पस्ट हे कंपनी समय के साथ उत्पादन की क्षमता कम की जिसे बढाना चाहिए था ! चूँकि ये १००% सरकारी कंपनी थी और सरे फैसले केंद्र सर्कार ही ले सकती थी या यु कहे कंपनी के मैनेजमेंट पर केंद्र सर्कार का प्रभाव था ! ये बहुत ही सोची समझी साजिस के तहत किया गया ताकि कोल इंडिया देश की अवासकता को पूरा करने में असमर्थ हो जाये ! और सर्कार को देश की कोल खदानों को अवास्क्यता के नाम पे प्राइवेट कंपनिया को बन्दर बाट करेने का बहाना मिल जाये और भर -२ के पीछे के दरवाजे से पैसे ले ! सर्कार के इस मुर्खता पुन फैसले और लालच ने देश के ५ लाख से ज्यादा नौजवानों को रोजगार का अवसर छीन लिया जो कोल इंडिया जैसी कंपनी में अपना नौकरी प् सकते थे , और घोटाले के नाम पे जो फिगुरे सवेधानिक संस्था कैग ने बताया हे उस से अप्प लोग परिचित ही होंगे ! मतलब साफ हे कोल इंडिया को बी ये लोग एयर इंडिया की तरह बर्बादी के रह पे धकेलने में कोई कसार नै छोड़ रहे . जहा बी पैसा दीखता है ये लोग उस्ससे ही बर्बाद करने का प्लान बना लेते हे !! देश की जनता को इस बारे में गहरे से सोचना चाहिए की क्या ये घोटा सिर्फ १लख ८६ हज़ार क्रोर के घोटाले की है या उन ५ लाख सेवानिवृत लोगो के जगह को भरने की या दोनों की अगर में ये मान के चालू की एक परिवार में चार सदस्य तो इस सर्कार ने न केवल देश की सम्पति लूटी बल्कि उन ५लख * ४= २०लख लोगो से जीने का अवसर बी छीन लिया !